विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव?जीतू पटवारी हुए निलंबित. जानिए पूरा मामला

No Confidence Motion Against Speaker: कांग्रेस के पूर्व मंत्री,विधायक जीतू पटवारी के खिलाफ हुई कार्रवाई को लेकर कांग्रेस पार्टी आक्रमक होती दिख रही है । इसी लिए विधानसभा अध्यक्ष (गिरीश गौतम) के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश में है । कमलनाथ के नेतृत्व में पार्टी जीतू पटवारी के साथ एक जुट दिखी और विधायक दल की बैठक में अविश्वास प्रस्ताव की चर्चा हुई ।
भोपाल: मध्यप्रदेश विधानसभा का सत्र चल रहा है । बजट सत्र में सदन की कार्यवाही से, कांग्रेस विधायक, जीतू पटवारी (Jitu Patwai ) को स्पीकर ने निलंबित कर दिया । इसी बीच संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने यह आरोप भी लगाया है कि, जीतू पटवारी सदन में गलत जानकारी देते हैं । इस कार्यवाही के बाद कांग्रेसी विधायक एक साथ आक्रामक नज़र आ रहे । जिसके लिए आगे की रणनीति से जुड़ी महत्वपूर्ण बैठक पूर्व सीएम कमलनाथ के आवास पर हुई है । इस बैठक में पार्टी के अधिकांस नेता और विधायक मौजूद रहे । बैठक के बाद पूरी कांग्रेस पार्टी, विधायक जीतू पटवारी के साथ नजर आई है।
इधर कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के विरुद्ध हम अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे । वह (विधानसभा अध्यक्ष) शपथ के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं, तथा उन्होंने अविश्ववास प्रस्ताव लाने के लिए पार्टी को मजबूर किया है। आगे के वक्तव्य में कमलनाथ ने जीतू पटवारी की तारीफ की है।
जीतू पटवारी ने क्या कहा
जीतू पटवारी ने उनके ऊपर हुई कार्यवाही के बाद कहा कि हम कमलनाथ जी के नेतृत्व में बीजेपी का विरोध करेंगे। साथ ही इन्होंने यह भी कहा आगे कांग्रेस की सरकार बनेगी तो इस विषय को ध्यान में रखेंगे । पूर्व मंत्री ने आगे कहा कि निलंबन करना कोई बड़ी बात नहीं है। बात यह है कि जिस व्यक्ति ने सच्चाई और निष्ठा की कसम खाई है। वह निलंबन का आदेश मौजूदा सरकार के कहने पर कर रहे हैं । यह कर्ज पे कर्ज ले रहे और सवालों के जबाब से बच रहे हैं ।
विधानसभा हमारे माध्यम से जनता की बात रखने के लिए ही है । हमारे साथियों ने सबूत वाले मुद्दे उठाए । प्रदेश सरकार 24 हजार करोड़ रुपए का ब्याज प्रति वर्ष दे रही है । सरकार इन मुद्दों पर जवाब नहीं देना चाहती है। यह योजना बद्ध तरीके से सदन नहीं चलने देने चाहते । कमलनाथ ने यह भी कहा कि विधानसभा के एक सदस्य को निलंवित करना गला उसकी आवाज का गला घोटने जैसा है । कमलनाथ ने यह तय किया है कि, उनकी पार्टी के विधायक विधानसभा अध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे। इस सबके बीच सदन में पक्ष विपक्ष में तना-तनी बनी रही ।