मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री कुँवर अर्जुन सिंह  की प्रतिमा में श्रद्धा सुमन अर्पित कर किया अनावरण

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री कुँवर अर्जुन सिंह  की प्रतिमा में श्रद्धा सुमन अर्पित कर किया अनावरण
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भोपाल-विन्ध्य क्षेत्र से निकलकर देश की राजनीति में ध्रुव तारा की तरह चमकने वाले नेता, स्व. अर्जुन सिंह (पूर्व मुख्यमंत्री) की प्रतिमा की स्थापना कर्मचारी चयन मंडल चौराहा (व्यापमं चौराहे) हुई. जिसका अनावरण प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया. इस दौरान कांग्रेस के कई दिग्गज नेता भी उपस्थित रहे.


शिवराज सिंह चौहान ने यह कहा-


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, मुख्यमंत्री के रूप में स्व. श्री अर्जुन सिंह जी ने अनेकों कार्य किये, जिनकामों को आज भी प्रदेश में हम सभी  याद करते है. स्व.अर्जुन सिंह ने गरीबो वंचित वर्ग के कल्याण एवं उत्थान के लिए अभूतपूर्व कार्य किए. भोपाल में कर्मचारी चयन मंडल चौराहे पर  स्थित  प्रतिमा का अनावरण करते हुए वर्तमान मुख्यमंत्री नेउक्त बात कही.


कुँवर अर्जुन सिंह कौन थे


विंध्य क्षेत्र में "दाऊ साहब" नाम से लोकप्रिय कुँवर अर्जुन सिंह राष्ट्रीय राजनीति में ध्रुव तारे की तरह चमकते रहे. छात्र जीवन से सामाजिक गतिविधियों में भाग लेने वाले स्वर्गीय अर्जुन सिंह, पहली बार 1953 में रीवा दरबार कॉलेज (वर्तमान TRS कॉलेज) छात्र संघ  के अध्यक्ष बने. यह दरबार कॉलेज विंध्य क्षेत्र की राजनीति की पाठशाला भी रहा है. राजनीतिक सफर में आगे बढ़ते हुए, 30 सितंबर 1963 से कुँवर अर्जुन सिंह कृषि राज्य मंत्री, सामान्य प्रशासन एवं सूचना प्रसारण विभाग, को सम्हालने लगे, 1964 मास्को में आयोजित विश्व युवा सम्मेलन, में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के उपनेता रहे . 1965 में, इन्होंने प्रदेश के विकास के लिए अनेक प्रयास किये जो आज भी याद किये जाते हैं. मध्य प्रदेश मे कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना पर चर्चा करने के लिए इन्होंने  संयुक्त राज्य अमेरिका का दौरा किया. मई 1967 उपचुनाव में निर्वाचित हुए. 1 जून 1967 से 30 जुलाई 1967 तक आप योजना और विकास मंत्री रहे. 1969 में संयुक्त राष्ट्र में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य हुए. वर्ष 1970 में संयुक्त राष्ट्र की पहल से बेलग्रेड, (यूगोस्लाविया) में आयोजित थिंक टैंक में भारतीय प्रतिनिधि के रूप में शामिल हुए. 15 अगस्त, 1972 से दिसम्बर, 1975 तक शिक्षा मंत्री रहे, मध्य प्रदेश विधान सभा में विपक्ष के नेता बने. 1977 के चुनाव में पुनः निर्वाचित होने के बाद 15 जुलाई 1977 से, लोक लेखा समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किये. 1980 में मध्य प्रदेश विधान सभा के सदस्य के रूप में निर्वाचित होने के बाद, ये सर्व समिति के नेता भी बने. 9.6.1980 से अर्जुन सिंह मध्यप्रदेश राज्य के माननीय मुख्यमंत्री बने. इसके बाद पंजाब के तत्कालीन राज्यपाल के रूप में नियुक्त हुए. वहाँ की स्थिति ठीक करने के बाद केंद्रीय वाणिज्य मंत्री बने. 1985 में लोकसभा के सदस्य चुने गए. 1986 में कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष रहे. 1986 में केंद्रीय संचार मंत्री बने. 1989 से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रहे. 1990 में विधान सभा के निर्वाचित सदस्य. 1991 में, वह दसवीं लोकसभा के लिए चुने गए और अप्रैल, 2000 और मार्च, 2006 में, वे राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए.


मानव संसाधन मंत्री


 कुँवर अर्जुन सिंह अपने राजीनीतिक योगदान के रूप में दो बार भारत सरकार में, मानव संसाधन विकास मंत्री का पद सम्हाला. यह अवधि  जून, 1991 से मई, 2009 तक रही. इनके (अर्जुन सिंह) अद्वितीय विकास कार्यों एवं सहृदयता के किस्से आज भी राजनीतिक जगत में व्यप्त हैं. इन्होंने अपने मार्गदर्शन में अनेक नेता तैयार किये. स्व.अर्जुन सिंह के पुत्र अजय सिंह "राहुल" वर्तमान में राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय हैं.

कांग्रेस-भाजपा एक साथ-:

पूर्व मुख्यमंत्री की प्रतिमा अनावरण में कांग्रेस तथा भाजपा के नेता एक साथ एक मंच में रहे.इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह,अर्जुन सिंह के पुत्र एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल,बीना सिंह,भाजपा से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह उनकी पत्नी साधना सिंह सहित अनेक नेता मंच में एक साथ दिखे.

मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी की पहल-:

कुछ दिनों पहले मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने यह बात कही थी कि विंध्य क्षेत्र के गौरव कुँवर अर्जुन सिंह की प्रतिमा काफी दिनों से अनावरण के लिए तैयार है इस ओर कोई ध्यान नही दे रहा.यदि प्रतिमा अनावरण शीघ्र नही होता तो वो स्वयं क्षेत्र की जनता के साथ यह कार्य पूर्ण करेंगे.इसी बीच स्वर्गीय अर्जुन सिंह के जन्म दिवस पर नारायण त्रिपाठी भोपाल प्रतिमा स्थल भी गए,और प्रेस को बताया कि मुख्यमंत्री जी का कार्यक्रम बन गया है 8 मार्च को प्रतिमा का अनावरण मुख्यमंत्री जी स्वयं करेंगे.अब यह अनावरण हो भी गया.विंध्य के लोग इस कार्य मे मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी की पहल की तारीफ भी कर रहे हैं. 

राजनीतिक समीकरण-:

पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की प्रतिमा भोपाल में स्थापित होने के पीछे भी राजनीतिक समीकरण के लिहाज से देखी जा रही है. कांग्रेस सरकार बनने पर प्रतिमा बनी फिर कुछ विवादों में भी रही.अंत मे अनावरण की इतनी लंबी प्रतीक्षा हुई.अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं अनावरण कर विंध्य क्षेत्र के वोट को अपनी ओर आकर्षित करने का कार्य किया यह राजनीति विशेषज्ञ मान रहे हैं.इस अनावरण के पहले कांग्रेस इसे मुद्दे की तरह प्रयोग करने की कोशिश में दिखी थी.


विंध्य क्षेत्र में बीजेपी का मास्टर प्लान-:

विगत विधानसभा चुनाव में भाजपा  विंध्य में सर्वाधिक सीट जीतने वाली पार्टी रही है.इसी लिए आगामी चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों विंध्य में मास्टर प्लान बनाने में लगी हैं.वर्तमान घटनाक्रम को देखें, बीजेपी अपने मास्टर प्लान में सक्रिय हो गई है.जिसका अंदाजा मऊगंज के जिले की घोषणा होना, उसके बाद प्रतिमा अनावरण अभी आगे और क्या-क्या होता है यह वक्त बताएगा.